अब्सार आज भी देखती है उन राहो को जहा से तू गुजर गया
अरमान आज भी उठते है उन वादों के लिए जिनसे तू मुकर गया ।
Month: August 2018
Chahat Shayari In Hindi – जरा सा तो सबर कर
जरा सा तो सबर कर लेते,
चन्द लम्हे चाहत भरे
मेरे सँग भी तो बसर कर लेते………!!!