Chahat Shayari In Hindi – कैसे भूलेगा वो मेरी बरसों 2 Lines Shayari, Chahat Shayari, Dard Bhari Hindi Shayari कैसे भूलेगा वो मेरी बरसों की चाहत को दरिया अगर सूख भी जाये तो भी रेत से नमी नहीं जाती