आओ सोंप दूँ तुम्हें अपने ख्वाब… अपनी हसरतें… अपने अरमान…
तुम दे दो मुझे मेरी हथेली पर अपना नाम ये शाम.. और मुट्ठी भर खुला आसमान…
आओ सोंप दूँ तुम्हें अपने ख्वाब… अपनी हसरतें… अपने अरमान…
तुम दे दो मुझे मेरी हथेली पर अपना नाम ये शाम.. और मुट्ठी भर खुला आसमान…