अजीब है न हमारे देश का संविधान…
गीता पर हाथ रखकर कसम खिलायी जाती है सच बोलने के लिये..
मगर गीता पढ़ाई नहीं जाती सच को जानने के लिये..!!
अजीब है न हमारे देश का संविधान…
गीता पर हाथ रखकर कसम खिलायी जाती है सच बोलने के लिये..
मगर गीता पढ़ाई नहीं जाती सच को जानने के लिये..!!