हर तरफ शोर है इस जहां में
मुझे अपना ठिकाना नजर नहीं आता
गुजर जाता है हर दिन यूं उदास होकर
हम भी मुस्कुरा सकें वो बहाना नहीं आता
हर तरफ शोर है इस जहां में
मुझे अपना ठिकाना नजर नहीं आता
गुजर जाता है हर दिन यूं उदास होकर
हम भी मुस्कुरा सकें वो बहाना नहीं आता