Armaan Shayari In Hindi – अब्सार आज भी देखती है


अब्सार आज भी देखती है उन राहो को जहा से तू गुजर गया
अरमान आज भी उठते है उन वादों के लिए जिनसे तू मुकर गया ।

Armaan Shayari In Hindi – मेरी जिद मेरा अरमान है

मेरी जिद, मेरा अरमान है तू,
मैं अधूरा हूँ तेरे बिन,
मेरी पहचान है तू,

Armaan Shayari In Hindi – इंसानो के कंधे पर इंसान


इंसानो के कंधे पर इंसान जा रहे है
कफ़न मे लिपट कर कुछ अरमान जा रहे है
जिन्हे मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई
वफ़ा की तलाश मे वो कब्रिस्तान जा रहे

Armaan Shayari In Hindi – हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर

हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले

Armaan Shayari In Hindi – ना बाकी अरमान रहा पीने


ना बाकी अरमान रहा पीने का
ना मजा रहा जीने का
ना आस किसी के आने की
ना खौफ किसी को खोने का