Barsaat Shayari In Hindi – बता किस कोने में सुखाऊँ


बता किस कोने में, सुखाऊँ तेरी यादें,
बरसात बाहर भी है, और भीतर भी है..

Barsaat Shayari In Hindi – टपक पड़ते हैं आँसू जब

टपक पड़ते हैं आँसू जब किसी की याद आती है !!
ये वो बरसात है जिसका कोई मौसम नहीं होता !!

Barsaat Shayari In Hindi – बरसात तो वो गांव के


बरसात तो वो गांव के कच्चे घरों की छत्तों पे हुआ करती थी
यहां शहरों में तो बस ऊँची इमारतों से पानी गिरता है

Barsaat Shayari – टपक पड़ते हैँ आँसू जब किसी की याद आती है

टपक पड़ते हैँ आँसू जब किसी की याद आती है..
ये वो बरसात है जिसका कोई मौसम नहीँ होता.!!

Barsaat Shayari In 2 Lines – रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में


रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में
दगाबाज़ हो सावन तो क्या…
हम खुद ही बरस लेंगे…