Wafa Shayari In Hindi – जिनकी फितरत मैं जफ़ा होती
जिनकी फितरत मैं जफ़ा होती है
उनको क्या पता वफ़ा क्या होती है
Baatein Dil Ki Always Rock
जिनकी फितरत मैं जफ़ा होती है
उनको क्या पता वफ़ा क्या होती है
तेरी ही यादों का चेहरा चमका है …
जब भी तन्हाई के शोले भड़के हैं …. !!
मेरे मरने पर किसी को ज्यादा फर्क नहीं होगा..
बस तन्हाई रोएगी कि मेरी हमसफ़र चली गयी..।।
हमें गुमाँ था वफ़ा पर जिनकी, आज़माईश में बेरहम निकले।
दुश्मनी तो निभा गए बेपनाह, आश्नाई में थोड़े कम निकले।
आज भी, आंसू से देती हूँ ब्याज तेरा..
तेरी मोहब्बत का कर्ज, बहुत भारी पड़ा..।।
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ,
किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे।
अजीब तमाशा हैं मिट्टी के बने लोगों का…..
बेवफाई करो तो रोते हैं,वफ़ा करो तो रुलाते हैं….!!
मेरी किस्मत में है एक दिन गिरफ्तार-ए-वफ़ा होना,
मेरे चेहरे पे किसी के इश्क का इलज़ाम लिखा है |
हमें खुशी मिल भी गई तो कहाँ रखेंगे हम ….
आँखों में हसरतें और दिल में तू ही तू है !!
कब तक रहेगी आस ये ख़्वाबों के सितारों की
सूखा पडा चमन मेरा चाहत में बहारों की,