Gair Shayari In Hindi – मैंने कब कहा तू मुझे


मैंने कब कहा तू मुझे गुलाब दे
या फिर अपनी मोहब्बत से नवाज़ दे,
आज बहुत उदास है मन मेरा
गैर बनके ही सही तू बस मुझे आवाज़ दे

Gair Shayari In Hindi – कुछ गैर ऐसे मिले जो

कुछ गैर ऐसे मिले जो मुझे अपना बना गए…..
कुछ अपने ऐसे निकले जो गैर का मतलब बता गए.

Gair Shayari In Hindi – अरसे से ये ख्याल


अरसे से ये ख्याल
मेरे सीने में सोया है,
वो जो अपना कहता था मुझको कभी
आज किसी गैर की बाहों में सोया है……..!!!!!

Gair Shayari In Hindi – तेरी हालत से लगता है

तेरी हालत से लगता है तेरा अपना था कोई
इतनी सादगी से बर्बाद कोई गैर नहीं करता

Gair Shayari In Hindi – आज मैं गैर हूँ…. कुछ


आज मैं गैर हूँ…. कुछ दिन हुये मैं गैर न था….
मेरी चाहत मेरी उलफत से….. उसे बैर न था…