Jazbaat Shayari In Hindi – रिश्तों पे भरोसा अब


रिश्तों पे भरोसा अब कैसे क्यों करोगे
जज़्बात महज़ खेल हुआ खेलते हैं लोग।

Jazbaat Shayari In Hindi – बदलते नहीं जज़्बात मेरे तारीखों

बदलते नहीं जज़्बात मेरे तारीखों की तरह.
बेपनाह इश्क़ करने की ख्वाहिश मेरी आज भी है….

Jazbaat Shayari In Hindi – शराब एक नाम है बिकने


शराब एक नाम है बिकने तलक
बिक जाये जब जज़्बात कहलाती है…

Jazbaat Shayari In Hindi – ज़रूरी थी फिरभी बात नहीं

ज़रूरी थी फिर भी बात नहीं समझा,
अफसोस ये कि हालात नहीं समझा,
कलेजा निकाल कर कहते रहे मोहब्बत है,
मगर पत्थर दिल ने मेरे जज़्बात नहीं समझा..

Jazbaat Shayari In Hindi – तुम्हारे भीतर जो है अनकहे


तुम्हारे भीतर जो है अनकहे,
…….जज़्बात समझती हूं

भले तुम नासमझ समझो,
………मगर हर बात समझती हूँ,