रिश्तों पे भरोसा अब कैसे क्यों करोगे
जज़्बात महज़ खेल हुआ खेलते हैं लोग।
Category: Jazbaat Shayari
Jazbaat Shayari In Hindi – शब्दो में बटोर लू सारे
शब्दो में बटोर लू सारे जज़्बात को
यह मुमकिन नहीं रिश्तों के दरमियान
Jazbaat Shayari In Hindi – बदलते नहीं जज़्बात मेरे तारीखों
बदलते नहीं जज़्बात मेरे तारीखों की तरह.
बेपनाह इश्क़ करने की ख्वाहिश मेरी आज भी है….
Jazbaat Shayari In Hindi – ना कोई फ़साना है ना
ना कोई फ़साना है ना कोई जज़्बात
मेरी तन्हाई और कुछ अनकहे अलफ़ाज़….
Jazbaat Shayari In Hindi – शराब एक नाम है बिकने
शराब एक नाम है बिकने तलक
बिक जाये जब जज़्बात कहलाती है…
Jazbaat Shayari In Hindi – दर्द मिट्टी के घरों का……कहाँ
दर्द मिट्टी के घरों का……कहाँ बरसात समझे है
काम जिसका हो सताना कहाँ जज़्बात समझे है
Jazbaat Shayari In Hindi – मुहोब्बत तो सिर्फ शब्द है
मुहोब्बत तो सिर्फ शब्द है उसका एहसास तुम हो ….
शब्द तो सिर्फ नुमाइश है जज़्बात तो मेरे तुम हो !!
Jazbaat Shayari In Hindi – ज़रूरी थी फिरभी बात नहीं
ज़रूरी थी फिर भी बात नहीं समझा,
अफसोस ये कि हालात नहीं समझा,
कलेजा निकाल कर कहते रहे मोहब्बत है,
मगर पत्थर दिल ने मेरे जज़्बात नहीं समझा..
Jazbaat Shayari In Hindi – अलफ़ाज़ गिरा देते हैं जज़्बात
अलफ़ाज़ गिरा देते हैं जज़्बात की क़ीमत
जज़्बात को लफ़्ज़ों में न ढाला करे कोई
Jazbaat Shayari In Hindi – तुम्हारे भीतर जो है अनकहे
तुम्हारे भीतर जो है अनकहे,
…….जज़्बात समझती हूं
भले तुम नासमझ समझो,
………मगर हर बात समझती हूँ,