मेरी़ ना रात कटती है , ना ज़िन्दगी वो पगली
मेरे वक़्त को इतना धीमा कर गयी.
Baatein Dil Ki Always Rock
मेरी़ ना रात कटती है , ना ज़िन्दगी वो पगली
मेरे वक़्त को इतना धीमा कर गयी.
बदले नहीं जज्बात मेरे वक़्त के साथ तुझे
बेपनाह प्यार करने की ख्वाइश आज भी है.
कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी,
हजारो अपने है मगर याद तुम ही आते हो.
कभी खामोश बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे,
मैं उतना याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगे…
कोई जब पूछ बैठेगा खामोशी का सबब तुमसे,
बहुत समझाना चाहोगे मगर समझा न पाओगे…
अब्सार आज भी देखती है उन राहो को जहा से तू गुजर गया
अरमान आज भी उठते है उन वादों के लिए जिनसे तू मुकर गया ।
आज इक और बरस बीत गया उस के बग़ैर,
जिस के होते हुए होते थे ज़माने मेरे
~अहमद फ़राज़
कैसे करूँ मैं साबित…कि तुम याद बहुत आते हो…
एहसास तुम समझते नही…और अदाएं हमे आती नहीं…
बता किस कोने में, सुखाऊँ तेरी यादें,
बरसात बाहर भी है, और भीतर भी है..
सोचती हूँ तुम पर अब मुकदमा कर दूँ,
इसी बहाने तारीखों पर मुलाक़ात तो होगी
उदास हूँ पर तुझसे नाराज़ नही
तू दिल मे है पर पास नही
झूठ कहूँ तो सब कुछ है मेरे पास,
और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नही