कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को मार देता हूँ,
माँ कहती है घर की जिम्मेदारी है तुझ पर
Category: Mother Shayari
Mother Shayari In Hindi – यादों के बसेरे में हर
यादों के बसेरे में हर पल तुम रहती हो
पास नहीं हो तुम तो क्या हुआ
आंसू बन कर हर पल तुम बहती हो…” माँ “
Mother Shayari In Hindi – यूंही नहीं गूंजती किल्कारीयां घर
यूंही नहीं गूंजती किल्कारीयां, घर आँगन के हर कोने मे,
दोस्तों
जान हथेली पर रखनी पड़ती है “माँ” को “माँ” होने मे..
Mother Shayari In Hindi – किसी को घर मिला हिस्से
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई
मैं घर में सब से छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई
Mother Shayari In Hindi – देखना हो कभी ग़र पाक
देखना हो कभी ग़र पाक मोह्हबत का नमूना
जा कर के घर अपने तुम माँ के पाँव छू लेना…!!!
Mother Shayari In Hindi – न अपनों से खुलता है
न अपनों से खुलता है,
न ही गैरों से खुलता है.
ये जन्नत का दरवाज़ा है,
मेरी माँ के पैरो से खुलता है.!
Mother Shayari In Hindi – मैंने रोते हुए पोंछे थे
मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आँसू
मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना
Mother Shayari In Hindi – कैसी मटकी कैसा माखन कैसा नरम बिछौना
कैसी मटकी,कैसा माखन,कैसा नरम बिछौना माँ?
जल्दी आकर रोटी देदे तेरा कान्हा भूखा माँ।।
Mother Shayari – शर्त लगी थी जब पूरी दुनिया को एक ही शब्द में
शर्त लगी थी जब पूरी दुनिया को एक ही शब्द में लिखने की,
तो वो पुरी किताबें ढुंढ रहे थे ओर मेंने
“मां” लिख दिया…
Mother Shayari – ” नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से
” नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से …
ऐ खुदा……
तू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इन्सान बनाती है”