Mother Shayari In Hindi – कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को


कुछ इसलिये भी ख्वाइशो को मार देता हूँ,
माँ कहती है घर की जिम्मेदारी है तुझ पर

Mother Shayari In Hindi – यूंही नहीं गूंजती किल्कारीयां घर

यूंही नहीं गूंजती किल्कारीयां, घर आँगन के हर कोने मे,
दोस्तों
जान हथेली पर रखनी पड़ती है “माँ” को “माँ” होने मे..

Mother Shayari In Hindi – देखना हो कभी ग़र पाक


देखना हो कभी ग़र पाक मोह्हबत का नमूना
जा कर के घर अपने तुम माँ के पाँव छू लेना…!!!

Mother Shayari In Hindi – कैसी मटकी कैसा माखन कैसा नरम बिछौना

कैसी मटकी,कैसा माखन,कैसा नरम बिछौना माँ?
जल्दी आकर रोटी देदे तेरा कान्हा भूखा माँ।।

Mother Shayari – ” नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से


” नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से …
ऐ खुदा……
तू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इन्सान बनाती है”