Naraaj Shayari In Hindi – दोस्त नाराज़ हो गए कितने
दोस्त नाराज़ हो गए कितने
इक ज़रा आइना दिखाने में
Baatein Dil Ki Always Rock
दोस्त नाराज़ हो गए कितने
इक ज़रा आइना दिखाने में
तुम थोडा सा मुझसे आज “नाराज़” हो जाओ…
की आज मेरा तुम्हे “मनाने” का बड़ा “मन” है…!!
उदास हूँ पर तुझसे नाराज़ नही
तू दिल मे है पर पास नही
झूठ कहूँ तो सब कुछ है मेरे पास,
और सच कहूँ तो तेरे सिवा कुछ नही
खयालों में उसके मैंने बिता दी ज़िंदगी सारी,
इबादत कर नहीं पाया खुदा नाराज़ मत होना…!!
मनाना मुश्किल होता हैं कभी कभी उनको
की जब नाराज़ भी न हो और बात भी न करे ।
ना जाने वो कितने नाराज़ है मुझसे,
ख्वाब में भी मिलते है तोः बात नहीं करते..
नाराज़ क्यों होते हो चले जाएंगे तुम्हारी महफ़िल से,
लेकिन पहले मुझे मेरे दिल के टुकड़े तो उठा लेने दो..
मैं कैसे मनाउ उसे वो नादान है बहूत,,,
नाराज़ मुझसे होकर खुद भी परेशान है बहुत
यहाँ सब खामोश हैं, कोई आवाज़ नहीं करता।
बोल के सच, कोई किसी को नाराज़ नहीं करता।
तुझ से नहीं तेरे वक़्त से नाराज हूँ…
जो कभी तुझे मेरे लिए नहीं मिला…