Shikayat Shayari In Hindi – खुद से होती है जाने
खुद से होती है जाने शिकायतें कितनी…..
जिन्हें किसी से…. कोई शिकायत नहीं होती…
Baatein Dil Ki Always Rock
खुद से होती है जाने शिकायतें कितनी…..
जिन्हें किसी से…. कोई शिकायत नहीं होती…
जो दिल में शिकवे और ज़ुबान पर शिकायत कम
रखते है वही हर रिश्ता निभाने का दम रखते है..
बहुत कोशिश की तन्हा न रहूँ
मगर तेरी रूसवाई ने सिखा ही दिया
न करूँ किसी से दर्द की शिकायत
तन्हा रहने का अंदाज बता ही दिया
शिकायत है उन्हें कि,
हमें मोहब्बत करना नही आता,
शिकवा तो इस दिल को भी है,
पर इसे शिकायत करना नहीं आता
उसे इंतजार से क्या शिकायत
जो तेरे इंतजार पे खत्म हो ..
तरस जाओगें हमारे लबों से सुनने को एक एक लफ्ज़;
प्यार की बात तो क्या,
हम शिकायत भी नहीं करेंगे..
बहुत ही खूबसूरत होती है एक तरफ़ा मोहब्बत….
ना ही कोई शिकायत होती है और…
ना ही कोई बेवफ़ा कहलाता है…!!!
तुझे शिकायत है..कि मुझे बदल दिया वक़्त ने..!!
कभी ख़ुद से भी तो सवाल कर…
क्या तू वही है..!!
मुझे तुझसे कोई शिकायत नही बस इतनी सी इल्तिजा है,
जो हाल कर गये आके कभी देख जाना जरा..!!
सरेआम ये शिकायत है मुझे ज़िन्दगी से,
क्यों मिलता नहीं मिजाज मेरा किसी से…