Tamanna Shayari In Hindi – मेरी हर अदा में छुपी
मेरी हर अदा में छुपी थी तेरी तमन्ना
तुम समझे नहीं ,बात और है।
करनी थी कुछ दिल की फरियाद,
मिले अल्फ़ाज़ नहीं,बात और है
Baatein Dil Ki Always Rock
मेरी हर अदा में छुपी थी तेरी तमन्ना
तुम समझे नहीं ,बात और है।
करनी थी कुछ दिल की फरियाद,
मिले अल्फ़ाज़ नहीं,बात और है
मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना,
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना !!
तमन्ना उसके वजूद की होती तो दुनिया से छीन लेता,
इश्क उसकी रूह से है इसलिये खुदा से माँगता हूँ।
आरज़ू मेरी, चाहत तेरी,
तमन्ना मेरी, उल्फत तेरी,
इबादत मेरी, मोहब्बत तेरी,
बस तुझ से तुझ तक है दुनिया मेरी..
तमन्ना करते हो जिन खुशियों की,
दुआ है वह खुशिया आपके कदमो मे हो,
खुदा आपको वह सब हक़ीक़त मे दे,
जो कुछ आपके सपनो में हो.
ज़ख़्म-ए-दिल और हरा ख़ून-ए-तमन्ना से हुआ
तिश्नगी का मिरी आग़ाज़ ही दरिया से हुआ
हर सुबह निकल पड़ती जो खुद की तलाश मे
वो खोई हुई सी एक पहचान हूँ
ना आँखो मे ख्वाब है ना दिल मे तमन्ना कोई
अपनी बनाई हुई राहो से ही अनजान हूँ
छुप के रहना है जो सब से तो ये मुश्किल क्या है
तुम मिरे दिल में रहो दिल की तमन्ना हो कर
ख़्वाब ही ख़्वाब कब तक देखूँ।
अब तमन्ना है तुम्हें देखूँ।।
आँखों से ख़्वाब दिल से तमन्ना तमाम-शुद
तुम क्या गए कि शौक़-ए-नज़ारा तमाम-शुद!