सुना हैं शौक नहीं
रखते तुम मोहब्बत का
मगर यकीन मानो..
बर्बाद कमाल का करते हो…!!!
Baatein Dil Ki Always Rock
सुना हैं शौक नहीं
रखते तुम मोहब्बत का
मगर यकीन मानो..
बर्बाद कमाल का करते हो…!!!
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं,
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं…..
मुझें छोड़कर वो खुश हैं तो शिकायत कैसी,
अब मैं उन्हें खुश भी न देखूं तो मोहब्बत कैसी.
केवल अल्फ़ाज़ों की बात थी,
जज़्बात तो तुम वैसे भी नहीं समझते …!!
क्या मिलना ऐसे लोगो से जिनकी फितरत छुपी रहे,
नकली चेहरा सामने आये और असली सूरत छुपी रहे…
तू मेरे दर्द पे हँसती जा मैं तुझे देख
मुस्काऊँगा,
छोङ दे अब तू फिक्र मेरी बस अपना दिल बहलाती जा..!!
कभी हम हीं थे तेरे हमसफर ऐ दोस्त,
मंजिल मिल गई तुम्हें तो पहचानते नहीं।
यूँ तो मारे थे पत्थर मुझे बहुतों ने लेकिन
जो दिल पे लगा वो पत्थर तेरा था।
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको,
खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे ….!!
तुझसे अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले….;
जो हर बात पर कहते हैं.. ‘तुम्हें नहीं छोड़ेंगे”