कल के नौसखिए..सिकंदर हो गए
हल्की हवा के झोंके..बवंडर हो गए!
मै लड़ता रहा..उसूलों की पतवार थामें
मै कतरा ही रहा..लोग समन्दर हो गए
Category: Zindagi Shayari
Best Ever Hindi Shayari On Life – क्या खुब लिखा है किसी ने
क्या खुब लिखा है किसी ने …
“बक्श देता है ‘खुदा’ उनको, … !
जिनकी ‘किस्मत’ ख़राब होती है … !!
वो हरगिज नहीं ‘बक्शे’ जाते है, … !
जिनकी ‘नियत’ खराब होती है… !!”
न मेरा ‘एक’ होगा, न तेरा ‘लाख’ होगा, … !
न ‘तारिफ’ तेरी होगी, न ‘मजाक’ मेरा होगा … !!
गुरुर न कर “शाह-ए-शरीर” का, … !
मेरा भी ‘खाक’ होगा, तेरा भी ‘खाक’ होगा … !!
जिन्दगी भर ‘ब्रांडेड-ब्रांडेड’ करने
वालों … !
याद रखना ‘कफ़न’ का कोई ब्रांड नहीं होता … !!
कोई रो कर ‘दिल बहलाता’ है … !
और कोई हँस कर ‘दर्द’ छुपाता है … !!
क्या करामात है ‘कुदरत’ की, … !
‘ज़िंदा इंसान’ पानी में डूब जाता है और ‘मुर्दा’ तैर के
दिखाता है … !!
‘मौत’ को देखा तो नहीं, पर शायद ‘वो’ बहुत
“खूबसूरत” होगी, … !
“कम्बख़त” जो भी ‘उस’ से मिलता है,
“जीना छोड़ देता है” … !!
‘ग़ज़ब’ की ‘एकता’ देखी “लोगों की ज़माने
में” … !
‘ज़िन्दों’ को “गिराने में” और ‘मुर्दों’ को “उठाने
में” … !!
‘ज़िन्दगी’ में ना ज़ाने कौनसी बात “आख़री”
होगी, … !
ना ज़ाने कौनसी रात “आख़री” होगी ।
मिलते, जुलते, बातें करते रहो यार एक दूसरे से ना जाने कौनसी “मुलाक़ात” “आख़री होगी” …
Zindagi Shayari – Ujaale apni yaadon ke hamaare saath rahne do
Ujaale apni yaadon ke hamaare saath rahne do
na jaane kis gali mein zindagi kee shaam ho jaaye
Zindagi Shayari – Barbaad Krna Tha To
Barbaad Krna Tha To Kisi Or
Tareeqe Se Krte…
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Zindagi Ban Kar Zindagi Se
Zindagi Hi Cheen Li Tum Ne…
Zindagi Shayari – क्या लिखू जिंदगी के बारे में दोस्तों
क्या लिखू जिंदगी के बारे में दोस्तों …
वो लोग
ही बिछड़ गए जो जिंदगी हुआ करते थे..
Zindagi Shayari – कुछ लम्हे गुज़ारे तुमने मेरे साथ
कुछ लम्हे गुज़ारे तुमने मेरे साथ,
तुम उन्हें वक्त कहेती हो,
और मैं उन्हें जिंदगी कहता हूँ ..
Zindagi Shayari – तुमने जिन्दगी नाम सुना होगा
तुमने जिन्दगी नाम सुना होगा,
हमने तुम्हे पुकारा है इसी नाम से….!
Zindagi Shayari – इतनी बदसलूकी ना कर ऐ जिंदगी
इतनी बदसलूकी ना कर, ऐ जिंदगी
हम कौन सा यहाँ बार बार आने वाले हैं…!!…..
Zindagi Shayari – झूझती रही बिखरती रही
झूझती रही ..
बिखरती रही …
टूटती रही …
कुछ इस तरह ज़िन्दगी …… निखरती रही !
Zindagi Shayari – चैन से रहने का हमको यूं मशवरा मत दीजिये
चैन से रहने का हमको यूं मशवरा मत दीजिये,
अब मज़ा देने लगी हैं ज़िंदगी की मुश्किलें…!!