Sad Hindi Shayari – हमने सोचा के दो चार दिन की बात होगी लेकिन
हमने सोचा के दो चार दिन की बात होगी लेकिन,
तेरे ग़म से तो उम्र भर का रिश्ता निकल आया…!
Baatein Dil Ki Always Rock
हमने सोचा के दो चार दिन की बात होगी लेकिन,
तेरे ग़म से तो उम्र भर का रिश्ता निकल आया…!
मिलता ही नही तुम्हारे जैसा कोई और इस शहर मै,
हमे क्या मालूम था कि तुम एक हो और वो भी किसी और के ! ! !
मेरे हक में खुशियों की दुआ करते हो,
तुम खुद मेरे कियूं नहीं हो जाते…
उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी;
उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी!
हर बार मुकद्दर को कुसुरवार कहना अच्छी बात नही..
कभी कभी हम उन्हें भी मांग लेते है जो किसी और के होते है..
कुछ पेचीदा लफ्जों में मैंने अपनी बात रखी,
जमाना हँसता गया, जज्बात रोते गये…!
पगली तेरे लिए इस दिल ने कभी बुरा नहि चाहा…
ये और बात है मुझे साबित करना नहिं आया….
जिस क़दर….
उसकी क़दर की,
उस क़दर…..
बे क़दर हुये हम..!
मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा है
वो तारों में तन्हा है और मैं यारों में..
हमने भी कभी चाहा था एक ऐसे शख्स को;
जो आइने से भी नाज़ुक था मगर था पत्थर का।