Taunting Shayari – केवल अल्फ़ाज़ों की बात थी
केवल अल्फ़ाज़ों की बात थी,
जज़्बात तो तुम वैसे भी नहीं समझते …!!
Baatein Dil Ki Always Rock
केवल अल्फ़ाज़ों की बात थी,
जज़्बात तो तुम वैसे भी नहीं समझते …!!
क्या मिलना ऐसे लोगो से जिनकी फितरत छुपी रहे,
नकली चेहरा सामने आये और असली सूरत छुपी रहे…
तू मेरे दर्द पे हँसती जा मैं तुझे देख
मुस्काऊँगा,
छोङ दे अब तू फिक्र मेरी बस अपना दिल बहलाती जा..!!
कभी हम हीं थे तेरे हमसफर ऐ दोस्त,
मंजिल मिल गई तुम्हें तो पहचानते नहीं।
यूँ तो मारे थे पत्थर मुझे बहुतों ने लेकिन
जो दिल पे लगा वो पत्थर तेरा था।
यकीन था कि तुम भूल जाओगे मुझको,
खुशी है कि तुम उम्मीद पर खरे उतरे ….!!
तुझसे अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले….;
जो हर बात पर कहते हैं.. ‘तुम्हें नहीं छोड़ेंगे”
“तुझको बिल्कुल भूल गया हूँ,
जा तू भी क्या याद करेगा…।।।
तेरी वफाओं का समन्दर किसी और के लिए होगा,
हम तो तेरे साहिल से रोज प्यासे ही गुजर जाते हैं !!
कमाल करती हो तुम भी…
बडे बेरहम अंदाज से करते हो नज़र अंदाज भी….