Naraaj Shayari In Hindi – यहाँ सब खामोश हैं कोई
यहाँ सब खामोश हैं, कोई आवाज़ नहीं करता।
बोल के सच, कोई किसी को नाराज़ नहीं करता।
Baatein Dil Ki Always Rock
यहाँ सब खामोश हैं, कोई आवाज़ नहीं करता।
बोल के सच, कोई किसी को नाराज़ नहीं करता।
कैसी मटकी,कैसा माखन,कैसा नरम बिछौना माँ?
जल्दी आकर रोटी देदे तेरा कान्हा भूखा माँ।।
ज़िन्दगी बहुत कीमती है
इसे उदासी में गंवाने से क्या फायदा
गम आते है जाते है
उनको दिल से लगाने से क्या फायदा
कोख में बच जाये.. तो पंखे से लटकती है…
ये बेटियाँ हैं साहब… इतना ही जिया करती है.!!
हजारों फरमाइश से भरे हैं बेटे….
पर समय की नज़ाकत को समझती बेटियां..
बुढ़ापे मे जहाँ साथ छोड़ देते हैं बेटे..
वहाँ साथ निभाती हैं बेटियाँ..
अपनों की चाहत में मिलावट थी इस क़दर..
तंग आकर दुश्मनों को मनाने चले गए..
जिन्दगी की राहों में मुस्कराते रहो हमेशा
उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं हमसफ़र नहीं
यहाँ जीना है तो नींद में भी पैर हिलाते रहिये…
वर्ना दफ़न कर देगा ये शहर मुर्दा समझकर..
बरसात तो वो गांव के कच्चे घरों की छत्तों पे हुआ करती थी
यहां शहरों में तो बस ऊँची इमारतों से पानी गिरता है
कोई सुलह करा दे
ज़िन्दगी की उलझनों से
बड़ी तलब लगी है की,
चैन की नींद सो जाऊं…