Ishq Shayari – इश्क की बहुत सारी उधारियां है तुम पर


इश्क की बहुत सारी उधारियां है तुम पर.. !
चुकाने की बात करो तो कुछ किश्तें तय कर लें…?

Ishq Shayari – एक तुम भी ना कितनी जल्दी सो जाते हो

एक तुम भी ना कितनी जल्दी सो जाते हो,
लगता है इश्क को तुम्हारा पता देना पड़ेगा…

Ishq Shayari – इश्क में मुझे ठुकराने की वजह वाजिब लगती है


इश्क में मुझे ठुकराने की वजह वाजिब लगती है,
सच ही है , गरीबों के आशियानों में परियाँ नही आती…

Ishq Shayari – “यकीनन” मुझे आज भी इश्क है तुमसे

“यकीनन” मुझे आज भी इश्क है तुमसे।
बस अब बयाँ करने की आदत नही रही।

Ishq Shayari – ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूं


ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूं…
मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता..