नज़ाकत तुम में है…*
इबादत तुम में है…
शरारत तुम में है…
कशिश भी तुम में है…
मुझ में भी मैं कहाँ बचा अब…
*मेरा जो कुछ भी है, सब तुम में है।
Baatein Dil Ki Always Rock
नज़ाकत तुम में है…*
इबादत तुम में है…
शरारत तुम में है…
कशिश भी तुम में है…
मुझ में भी मैं कहाँ बचा अब…
*मेरा जो कुछ भी है, सब तुम में है।
हमारी गलतियों से कही टूट न जाना,
हमारी शरारत से कही रूठ न जाना,
तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं,
इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना,
ना हसीनो की तमन्ना है और ना परियो पे मरता हूँ…
वो एक “भोली” सी लडकी है जिसे मै महोब्बत करता हूँ ।।
क्या हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का,
किसी काम से आये थे, किसी काम के ना रहे…
जाती नहीं आँखों से सूरत तेरी;
ना जाती है दिल से मोहब्बत तेरी;
तेरे जाने के बाद किया है यह महसूस हमने;
और भी ज्यादा है हमें ज़रूरत तेरी।
हमे नही आता मनाना किसीको,
पर दिल से कहते है आपको कभी रुठने न देंगे.
उस घडी मेरा इश्क हदें भूल जाता है,
जब लडते लडते वो कहती हैं: “लेकिन प्यार मैं ज्यादा करती हू तुमसे…
“मैं शब्द, तुम अर्थ
तुम बिन मैं व्यर्थ”
यूँ तो शिकायते तुझ से सैंकड़ों हैं मगर ,
तेरी एक मुस्कान ही काफी है सुलह के लिये..
कभी आवाज में कशिश थी कभी नजरो में नशा था,
फिर जो तेरा असर होने लगा होश मै खोने लगा ..